-->

वैज्ञानिकों ने तैयार किया अंडे के आकार का गणितीय सूत्र | Scientists developed mathematical formula for the shape of an egg

एक टिप्पणी भेजें

अंडे का आकार हमेशा से वैज्ञानिकों, इंजिनियरों , जीव वैज्ञानिकों के लिए खास तौर पर आकर्षण का केंद्र रहा है। लोगों के लिए हैरानी की बात हो सकती है, लेकिन सच यह है अभी तक हमारे वैज्ञानिक अंडे के आकार का सटीक समीकरण नहीं निकाल सके थे. लेकिन हाल ही में हुए एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने सार्वभौमिक गणितीय सूत्र (Universal Mathematical formula) निकालने में सफलता पाई है जो दुनिया में किसी भी पक्षी के अंडे के आकार की व्याख्या कर सकता है।

केंट यूनिवर्सिटी के रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर एनवायर्नमेंट ट्रीटमैंड और वीटा-मार्केट लिमिटेड के शोधकर्ताओं ने इस नए फॉर्मूले की खोज की है। यह एक बड़ी उपलब्धि  है जिसको लेकर अभी तक वैज्ञानिकों को सफलता नहीं मिल सकी थी।

क्यों खास आकर्षण रहा अंडा

भ्रूण को सहेजने के लिए अंडों के  आकार का बड़ा योगदान होता है। यह इतना बड़ा होता है जिससे भ्रूण को संरक्षित रख सके और इतना छोटा भी होता है कि जिससे एक छोटे शरीर को बहुत कारगर तरीके समा सकता है। अंडा बाहर आने पर लुढ़कने नहीं लगता, यह अपना भार ढोने में सक्षम होता है, उससे टूटता नहीं है। इसी तरह की वजह से अंडों का आकार आदर्श आकार माना जाता है।  यही इसके आकर्षण को बढ़ा देता है।
अंडों के आकार की विविध उपयोगिता है इसलिए इसके सार्वभौमिक गणितीय सूत्र की जरूरत थी।
वैज्ञानिकों ने अंडों के आकार का विश्लेषण कई ज्यामितीय आकृतियों के तहत किया,जिसमें चार ज्यादा जाने माने आकार हैं- गोला, दीर्घवृत्ताभ यानि इलिप्सॉइड, प्रचलित अंडाकार या ओवॉइड, और पिरिफॉर्म जो कि एक शंकु के जैसा आकार होता है। इनमें से पिरिफोर्म का गणितीय सूत्र अभी तक निकाला नहीं जा सका था।

शोधकर्ताओं ने कैसे समाधान निकाला

इस समस्या को सुलझाने के लिए शोधकर्ताओं ने एक गणितीय मॉडल में एक ओवॉइड सूत्र में एक नया फलन जोड़ा जो पूरी तरह से नए ज्यामितीय आकार में फिट बैठ सके। यह गोलाकार दीर्घृत्ताभ (एलिप्सॉइड) के विकास का अंतिम चरण का आकार है जो किसी भी अंडे की ज्यामिती पर लागू होता है। यह नया सार्वभौमिक गणितीय सूत्र चार पैमानों- अंडे की लंबाई, अधिकतम चौड़ाई , लंबवत अक्ष में बदलाव, और अंडे की एक चौथाई हिस्से का व्यास पर आधारित है।

प्रयोग के लिए आकार की उपयोगिता

अंडे के आकर के गणितीय व्याख्या के बहुत सारे अनुप्रयोग हैं। इसे खाद्य शोध, यांत्रिकी-अभियांत्रिकी, जीव विज्ञान, कृषि विज्ञान, वास्तुकला और एरोनॉटिक्स जैसे क्षेत्र में उपयोगी माना जाता है। उदाहरण के तौर पर इसके सूत्र का उपयोग अंडे के आकर के पतली दीवार वाले जहाज बनाने में उपयोगी हो सकता है, जो गोलाकार जहाजों से ज्यादा मजबूत हो सकता है। अंडे के आकार के सूत्र का उपयोग बहुत से क्षेत्र में उपयोगी है, जैसे
इस नए सूत्र का उपयोग बायोलॉजिकल सिस्टेमैटिक्स, तकनीक पैमानों का ऑप्टिमाइजेशन, अंडों के उद्भवन (इन्क्यूबेशन) में हो सकता है। अंडों की बाह्य विशेषताएं शोधकर्ताओं और इंजीनियरों के लिए अहम हो सकती है जो अंडों की उद्भवन, प्रसंस्करण, भंडारण और छटाई की तकनीकों के विकास में लगे हैं। यहां तक कि इस सूत्र की अंडों के आयतन, पृष्ठ क्षेत्रफल, वक्र त्रिज्या (कर्व रेडियस) और अन्य संकेतकों की सरल पड़ताल प्रक्रियाओं में बहुत उपयोगिता है।
somadri
पुराने ब्लॉग-पोस्टों को नवीनतम रूप दिया जा रहा है, जो मेरे विज्ञान और प्रौद्योगिकी को समर्पित पोर्टल *सोम-रस* पढ़े जा सकेंगे। Study Observes Mysteries- Research Accelerates Science का संक्षिप्तीकरण है SOM-RAS, जिसकी अवधारणा 2007 में की गई थी, थोड़ा-बहुत लिखना भी हुआ, बाकी अभी भी डायरी के पन्नों में सिमटा हुआ है, डिजाइन से लेकर कंटेंट संयोजन तक। पुराने पोस्ट में मनो-विज्ञान से संबंधित अनुभवों और संस्मरण लिखती रही। नियमित लेखन नहीं हो सका, कुछ समयाभाव में , तो कुछ आलस में। पराने पोस्ट नए कलेवर में सोम-रस के सब-डोमेन में उपलब्ध होंगे। मेरा विज्ञान और साहित्य के प्रति नैसर्गिक झुकाव रहा है। संक्षेप में, मैं हूँ पेशे से पत्रकार, पसंद के अनुसार ब्लॉगर, जुनून के हिसाब से कलाकार, उत्कटता की वजह से लेखक, आवश्यकता के लिए काउंसलर | पर, दिल से परोपकारी और प्रकृति से उद्यमी हूं।

Related Posts

एक टिप्पणी भेजें

 Recent

लोड हो रहा है. . .
Subscribe Our Newsletter