हम में से कितनों को पता है कि हमारे नस-नस में प्लास्टिक के नन्हें कण समाए हुए हैं, जो स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत खराब परिणाम दे सकते हैं। हालिया एक शोध के जरिए माइक्रोप्लास्टिक्स को पहली बार मानव रक्त में भ्रमण करते हुए पाया गया है। इस शोध को ''एंविरॉनमेंटल इंटरनेशनल'' नामक जर्नल में प्रकाशित किया गया है।
आंतरिक जोखिम पर पहला अध्ययन
प्लास्टिक के कण हमारे रहने लायक वातावरण और खाद्य श्रृंखला में सर्वव्यापी प्रदूषक हैं लेकिन मानव रक्त में प्लास्टिक कणों के आंतरिक जोखिम पर आज से पहले कोई अध्ययन नहीं हुआ है। ''एंविरॉनमेंटल इंटरनेशनल'' में प्रकाशित शोध का लक्ष्य पायरोलिसिस डबल शॉट - गैस क्रोमैटोग्राफी/मास स्पेक्ट्रोमेट्री के साथ एक मजबूत और संवेदनशील नमूनाकरण और विश्लेषणात्मक विधि विकसित करना और 22 स्वस्थ स्वयंसेवकों से मानव के सम्पूर्ण रक्त में 700 एनएम प्लास्टिक कणों को मापने के लिए लागू करना था।
मुख्य बिंदु
- मानव पूरे रक्त में बहुलक द्रव्यमान सांद्रता के लिए एक विधि को मान्य किया गया था।
- प्लास्टिक से पॉलिमर का पता लगाया गया और मानव रक्त में इसकी मात्रा निर्धारित की गई।
- मानव रक्त में पॉलिमर कई उच्च उत्पादन मात्रा वाले प्लास्टिक का प्रतिनिधित्व करते हैं।
मानव ऊतकों में माइक्रोप्लास्टिक प्रदूषकों की तलाश में नवीनतम अध्ययन के परिणाम अब तक आश्चर्यचकित नहीं करते हैं, क्योंकि हमें पता है पृथ्वी पर कोई भी स्थान बहुलक प्लास्टिक के कचरे से मुक्त नहीं है, आखिरकार, सबसे ऊंचे पहाड़ों से लेकर हमारे सबसे अंतरंग अंगों तक प्लास्टिक ने घुसपैठ कर रखी है।
22 स्वस्थ अनाम दाताओं के रक्त नमूने
दो अलग तरीकों से 17 नमूनों में कई प्लास्टिक प्रजातियां
हम सामान्य रूप से यह भी जानते हैं कि बच्चे और छोटे बच्चे रासायनिक और कण जोखिम के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।डिक वेथाक, शोधकर्ता, एक इको-टॉक्सिकोलॉजिस्ट, व्रीजे यूनिवर्सिटी एम्स्टर्डम
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