केप्लर स्पेस टेलिस्कोप ने पाया अब तक का सबसे दूरस्थ एक्सोप्लैनेट
एक जबरदस्त खबर है। अंतरिक्ष में हमें नया साथी मिला है। नासा के केपलर स्पेस टेलीस्कोप ने इस नई खोज में सफलता पाई है। दिलचस्प बात यह है भले ही इस उपकरण ने चार साल पहले परिचालन बंद कर दिया था, लेकिन जिसे खोजा वह बृहस्पति की तरह समान दिखने वाला नया सदस्य अंतरिक्ष में मौजूद है।
पृथ्वी से 17,000 प्रकाश वर्ष दूर
2018 में केप्लर का परिचालन बंद किया जा चुका है, लेकिन इस टेलीस्कोप का उपयोग करने वाले खगोल भौतिकीविदों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने बृहस्पति के समान एक एक्सोप्लैनेट की खोज की, जो पृथ्वी से 17,000 प्रकाश वर्ष दूर स्थित है। यह केप्लर द्वारा पाया गया अब तक का सबसे दूर का एक्सोप्लैनेट बन गया है। इस एक्सोप्लैनेट को आधिकारिक तौर पर K2-2016-BLG-0005Lb नामित किया गया था और इसे 2016 में केप्लर द्वारा कैप्चर किए गए डेटा में भी देखा गया था।
परिचालन बंद होने से पहले केप्लर ने अपने पूरे जीवनकाल में 2,700 से अधिक पुष्टि किए गए ग्रहों का अवलोकन किया।
केप्लर किसी भी प्रकार के मौसम या दिन के उजाले से भी निर्बाध रूप से देखने या अवलोकन करने में सक्षम रहा था, इसकी इसी खूबी की वजह से खगोलशातस्त्रियों को एक्सोप्लैनेट के द्रव्यमान और उसके मेजबान तारे से इसकी कक्षीय दूरी का सटीक निर्धारण करने में मदद मिली।इसके द्रव्यमान और सूर्य से इसकी स्थिति के संदर्भ में यह मूल रूप से बृहस्पति के समान जुड़वां है और हमारे अपने सूर्य के द्रव्यमान का लगभग 60% है।
ईमोन केरिन्स, खगोलशास्त्री
मैनचेस्टर विश्वविद्यालय, यूके।
एक टिप्पणी भेजें
एक टिप्पणी भेजें